अमरीका में ११ सित. के बाद कोई आतंकवादी हमला नहीं हुआ जिसका मुख्य कारण, वहाँ तैनात की गई सुरक्षा प्रणाली है. इस सुरक्षा प्रणाली में विस्त़ृत डेटाबेस और एक ऐसी प्रक्रिया स्थापित किए गए हैं जिनके चलते किसी भी व्यक्ति के कहीं भी होने की समुचित जानकारी उपलब्ध रहती है. |
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इसी तर्ज़ पर, भारत दो प्रणालियाँ Crime and Criminal Tracking Network & Systems (CCTNS) और National Intelligence Grid (NATGRID) स्थापित करने जा रहा है. इन दोनों प्रणालियों की स्थापना से पूरे देश में सुरक्षा तंत्र की एक नई परिभाषा स्थापित होने जा रही है. CCTNS के तहत सभी पुलिस थाने आपस में जुड़ जाएँगे और पुलिस चौबीसों घंटे पूरे देश में, किसी की भी जानकारी रख पाएगी. |
इसी माह स्थापित किए जा रहे नैटग्रिड के पास विश्वस्तरीय डेटाबेस होगा जो सभी सुरक्षा एजेंसियों को उपलब्ध होगा. इस डेटाबेस को दूसरे डेटाबेसों के साथ जोड़े जाने की क्षमता होगी. नैटग्रिड में सी.बी.आई., राष्ट्रीय जाँच एजेंसी, राजस्च गुप्तचर निदेशालय सरीखी गुप्तचर शाखाओं के अधिकारियों की नियुक्ति की जाएगी. नैटग्रिड की पहुँच देश के सभी डेटाबेसों तक होगी जिसमें बैंक, बीमा कंपनियाँ, आप्रवासन, आयकर विभाग इत्यादि शामिल हैं. |
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-काजल कुमार |
Friday, October 2, 2009
भारत अमरीका की तर्ज़ पर सुरक्षा उपाय कर रहा है
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