Saturday, June 23, 2012

टैबलेट ख़रीदने ख़रीदने से पहले जानि‍ए


यदि‍ आप टैबलेट ख़रीदने का मन बना रहे हैं तो आपको कुछ बातें ज़रूर जान लेनी चाहि‍ए जैसे,

1              टैबलेट टाइप करने के लि‍ए उपयुक्‍त नहीं होते. इसलि‍ए इनसे  लैपटॉप/डैस्‍कटॉप जैसी टाइपिंग की सुवि‍धा नहीं मि‍लती. टैबलेट पर टाइपिंग का बस छोटा मोटा काम ही कि‍या जा सकता है.

2              7 इंच के कि‍सी भी टैबलेट को कहीं भी ले जाना बहुत आसान है. ये कि‍सी नॉवल जैसी कि‍ताब के साइज़ के होते हैं.  इसमें आप नोटस लि‍ख सकते हैं,  ई-बुक व दूसरे फ़ार्मेट पढ़ सकते हैं, फ़ि‍ल्‍म देख सकते हैं, संगीत सुन सकते हैं,  इंटरनेट सर्फिंग कर सकते हैं और कुछ डाउनलोड भी कर सकते हैं. इंटरनेट के लि‍ए लैपटॉप में आमतौर से डॉंगल लगाए जाते हैं जबकि‍ अधि‍कांश टैबलेट में इसकी ज़रूरत नहीं होती, 3जी सि‍म कार्ड से ही काम चल जाता है.

3              अब 10 इंच के टैबलेट भी आ रहे हैं जो कि‍ मेरी पसंद हैंइन पर कुछ भी पढ़ना, 7 इंच वालों से अधि‍क सुगम है.

4              मैक-एअर / asus transformer भी देखे जा सकते हैं यदि‍ आपका बजट कोई वि‍शेष सीमा न रखता हो. ये दोनों लैपटॉप हैं इसलि‍ए इन दोनों में कीबोर्ड भी हैं. मैक-एअर बहुत हल्‍का है व साइज़ भी ज़्यादा बड़ा नहीं है क्‍योंकि‍ ये दो साइज़ में आता है. Asus transformer में कीबोर्ड अलग कर इसे टैबलेट की तरह भी प्रयोग कि‍या जा सकता है. आने वाले कुछ महीनों में इसी श्रेणी के कई और उत्‍पाद बाज़ार में आने वाले हैं.

5              एक और कैटेगरी नोटबुक/अल्‍ट्राबुक की भी है. ये लैपटॉप से आकार में छोटी हैं व टैबलेट के सभी काम भी करती हैंआप चाहें तो इसे भी ट्राई कर सकते हैं. अल्‍ट्राबुक, नोटबुक के बाद की पीढ़ी से हैं व तकनीकि‍ रूप से कहीं बेहतर हैं.

आजकल 'सैमसंग गैलेक्‍सी नोटभी आ रहा है यह टैबलेट के सभी काम करता है और साथ ही इसे फ़ोन की तरह भी प्रयोग कि‍या जा सकता है. कि‍न्‍तु इसका सक्रीन साइज़ नि‍श्‍चय ही छोटा है.

5              naaptol.com जैसी साइट संबंधि‍त वि‍भिन्‍न जानकारि‍यों के लि‍ए देखी जा सकती हैं. ‍ गेलेक्सी टेबलेट नि‍:संदेह अच्‍छा है. इनके अति‍रि‍क्‍त ऑलि‍व व माइक्रोमेक्‍स भी देखे जा सकते हैं. उनकी साइट ये हैं http://www.olivetelecom.in/laptop/olivepad/  http://micromaxfunbook.com/features.html#featuresयदि‍ आप ख़रीदने से पहले कि‍सी मॉल में जाकर टैवलेट देख सकें तो कहीं बेहतर होगा.

6              अधि‍कांश टैबलेट एंड्रॉयड आधारि‍त हैं इसलि‍ए जांच लें कि‍ इसमें एन्‍ड्रॉयड का नवीनतम संस्‍करण होना चाहि‍ए. लेने से पहले ठीक से ज़रूर जांच लें कि‍ उसपर हि‍न्‍दी साइट देखी जा सकती हैं या नहीं क्‍योंकि‍ कुछ टैबलेट नि‍र्माता इनमें हि‍न्‍दी स्‍पोर्ट करने वाले फ़र्मवेयर नहीं डालते हैंइसका स्‍क्रीन कपैस्‍टि‍व टच स्‍क्रीन होना चाहि‍ए न कि‍ रैसि‍स्‍टि‍व टच स्‍क्रीन. इसे वाई-फ़ाई सपोर्ट करना चाहि‍ए. इसमें मैमोरी कार्ड जोड़ने की सुवि‍धा होनी चाहि‍ए. इसमें इंटरनेट डॉंगल से नहीं बल्‍कि‍ 3जी सि‍म कार्ड से चलना चाहि‍ए. आजकल 1 जी.बी. से कम क्षमता वाले प्रोसेसर फ़ैशन में नहीं हैं.

अब नि‍र्णय आपको करना है.
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Monday, June 11, 2012

मोबाइल फ़ोन ख़रीदने जा रहे हैं ?

आप यदि‍ नया मोबाइल फ़ोन लेना चाह रहे हैं तो आपको समय के साथ चलते हुए स्‍मार्टफ़ोन लेना चाहि‍ए. स्‍मार्टफ़ोन को स्‍मार्टफ़ोन इसीलि‍ए कहते हैं क्‍योंकि‍ यह आम मोबाइल फ़ोन के अलावा भी बहुत से काम कर सकता है.

यूँ तो हज़ारों बातें हैं पर आपको कुछ ज़रूरी बातें ध्‍यान रखनी चाहि‍ए जैसे:-
1.  टच-स्‍क्रीन कैपेस्‍टि‍व हो क्‍योंकि‍ रेसि‍स्‍टिव टच-स्‍क्रीन का ज़माना चला गया और की-पंचिंग वाले फ़ोन का ज़माना तो बि‍ल्‍कुल भी नहीं रहा. कैपेस्‍टि‍व टच-स्‍क्रीन शीशे का होता है जबकि‍ रेसि‍स्‍टिव पर आमतौर से स्‍टाइलस से लि‍खा जाता है, यह शीशे का नहीं होता. रेसि‍स्‍टिव स्‍क्रीन वाले फ़ोन सस्‍ते होते हैं.

2.  बैटरी का mAh, प्रोसेसर, रैम व स्‍क्रीन साइज़ जि‍तना अधि‍क उतना अच्‍छा. 1 जी.बी. प्रोसेसर तो आज होना ही चाहि‍ए जबकि‍ आज इनसे भी आगे ड्यूअल व क्‍वाड प्रोसेसर भी आ रहे हैं.

3. कैमरा भी जि‍तने अधि‍क पि‍क्‍सल का हो वही बढ़ि‍या. अधि‍क पि‍क्‍सल का मतलब है उतनी ही बढ़ि‍या क्‍वालि‍टी की फ़ोटो.

4. माइक्रो एस. डी. कार्ड, 3जी और वाई-फ़ाई स्‍प्‍पोर्ट करे.  माइक्रो एस. डी. कार्ड का मतलब है फ़ोन में अति‍रि‍क्‍त हार्ड-डि‍स्‍क. 3जी से आप मोबाइल पर इंटरनेट प्रयोग कर सकते हैं, यह अब बहुत महँगा भी नहीं है. आजकल कई सार्वजनि‍क स्‍थानों पर वाई-फ़ाई इंटरनेट उपलब्‍ध होने लगा है, यदि‍ आपका फ़ोन वाई-फ़ाई समर्थि‍त है तो आप इसका लाभ उठा सकते हैं.

5. एंड्रॉयड एक मुफ़्त ऑपरेटिंग सि‍स्‍टम है जि‍सके कारण फ़ोन की क़ीमत तो कम हो ही जाती है, आपको कई तरह के दूसरे सॉफ़्टवेयर भी मुफ़्त मि‍लते हैं. एंड्रॉयड गूगल कंपनी का उत्‍पाद है. एंड्रॉयड के कई संस्‍करण बाज़ार में हैं. इसलि‍ए यह ज़रूरी है कि‍ आप नवीनम संस्‍करण वाला फ़ोन ही लें.

6. एंड्रॉयड में अभी हि‍न्‍दी व दूसरी भारतीय भाषाएं नहीं हैं लेकि‍न फ़ोन बनाने वाली कंपनि‍यां इसे हि‍न्‍दी व दूसरी भारतीय भाषाएं पढ़ने-लि‍खने लायक बना देती हैं इसलि‍ए आप जाँच लें कि‍ फ़ोन पर ये भाषाएं पढ़ी जा सकें.

7. और अंत में, इनकी क़ीमत पांच हज़ार से चालीस हज़ार तक हो सकती है इसलि‍ए ख़रीदने से पहले इंटरनेट पर इनके फ़ीचर वा क़ीमतों की तुलना कर लें.
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