Friday, October 2, 2009

ये भी बदा है इंटरनेट के युग में

रायटर की ख़बर है कि एक दस साल की लड़की ने ई-बे वैबसाइट पर अपनी ६१ साल की नानी को नीलामी के लिए रख दिया. और उस पर ख़ूबी ये कि २७ लोगों ने बोली भी लगा दी.
 
इस बोली के लिए कोई न्यूनतम आरक्षी मूल्य नहीं रखा गया था. नानी की खूबियां गिनाते हुए कहा  गया कि ये पेंशन पर हैं, प्यार करती हैं और चाय पीना पसंद करती हैं. ई-बे ने यह विज्ञापन अपनी साइट से इसलिए हटाया क्योंकि वे मनुष्य की बिक्री के विज्ञापनों की अनुमति नहीं देती.
 
दूसरी ओर, इंग्लैंड के उच्च न्यायलय ने फ़ैसला किया है कि वह नोटिस भेजने के लिए ट्विट्टर का प्रयोग करेगा. कारण यह है कि एक छद्मनामधारी सज्जन विभिन्न राजनीतिज्ञों के विरूद्ध http://twitter.com/blaneysblarney से टिप्पणीयों देते रहते हैं. लेकिन इस व्यक्ति की वास्तविकता के बारे में पता न चलने के कारण यह निर्णय लिया गया है कि इसे नोटिस इसी के ट्विट्टर के माध्यम से भेजा जाए.

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-काजल कुमार

2 comments:

  1. हे भगवान ! क्या क्या हो रहा है ?

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  2. बिल्कुल सही फरमाया आपने. नई नई बातें होंगी इस नये ज़माने में .
    इब्तिदा-ए इश्क़ है रोता है क्या,
    आगे आगे देखिये होता है क्या.

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