आप यदि नया मोबाइल
फ़ोन लेना चाह रहे हैं तो आपको समय के साथ चलते हुए स्मार्टफ़ोन लेना चाहिए. स्मार्टफ़ोन
को स्मार्टफ़ोन इसीलिए कहते हैं क्योंकि यह आम मोबाइल फ़ोन के अलावा भी बहुत
से काम कर सकता है.
यूँ तो हज़ारों बातें
हैं पर आपको कुछ ज़रूरी बातें ध्यान रखनी चाहिए जैसे:-
1. टच-स्क्रीन कैपेस्टिव हो क्योंकि रेसिस्टिव टच-स्क्रीन
का ज़माना चला गया और की-पंचिंग वाले फ़ोन का ज़माना तो बिल्कुल भी नहीं रहा. कैपेस्टिव
टच-स्क्रीन शीशे का होता है जबकि रेसिस्टिव पर आमतौर से स्टाइलस से लिखा जाता
है, यह शीशे का नहीं होता. रेसिस्टिव स्क्रीन वाले फ़ोन सस्ते होते हैं.
2. बैटरी का mAh, प्रोसेसर, रैम व स्क्रीन साइज़ जितना अधिक उतना अच्छा. 1 जी.बी. प्रोसेसर
तो आज होना ही चाहिए जबकि आज इनसे भी आगे ड्यूअल व क्वाड प्रोसेसर भी आ रहे
हैं.
3. कैमरा भी जितने अधिक
पिक्सल का हो वही बढ़िया. अधिक पिक्सल का मतलब है उतनी ही बढ़िया क्वालिटी
की फ़ोटो.
4. माइक्रो एस. डी.
कार्ड, 3जी और वाई-फ़ाई स्प्पोर्ट
करे. माइक्रो एस. डी. कार्ड का मतलब है फ़ोन
में अतिरिक्त हार्ड-डिस्क. 3जी से आप मोबाइल पर इंटरनेट प्रयोग कर सकते हैं, यह अब बहुत महँगा भी नहीं है.
आजकल कई सार्वजनिक स्थानों पर वाई-फ़ाई इंटरनेट उपलब्ध होने लगा है, यदि आपका फ़ोन
वाई-फ़ाई समर्थित है तो आप इसका लाभ उठा सकते हैं.
5. एंड्रॉयड एक मुफ़्त
ऑपरेटिंग सिस्टम है जिसके कारण फ़ोन की क़ीमत तो कम हो ही जाती है, आपको कई तरह
के दूसरे सॉफ़्टवेयर भी मुफ़्त मिलते हैं. एंड्रॉयड गूगल कंपनी का उत्पाद है. एंड्रॉयड
के कई संस्करण बाज़ार में हैं. इसलिए यह ज़रूरी है कि आप नवीनम संस्करण वाला
फ़ोन ही लें.
6. एंड्रॉयड में अभी
हिन्दी व दूसरी भारतीय भाषाएं नहीं हैं लेकिन फ़ोन बनाने वाली कंपनियां इसे हिन्दी
व दूसरी भारतीय भाषाएं पढ़ने-लिखने लायक बना देती हैं इसलिए आप जाँच लें कि
फ़ोन पर ये भाषाएं पढ़ी जा सकें.
7. और अंत में, इनकी
क़ीमत पांच हज़ार से चालीस हज़ार तक हो सकती है इसलिए ख़रीदने से पहले इंटरनेट पर
इनके फ़ीचर वा क़ीमतों की तुलना कर लें.
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हम तो यह सारी चीज़ें खूब देखते हैं,खासकर प्रोसेसर और हिंदी-समर्थन....!
ReplyDelete..जब तक किसी नए का मूड बनाते हैं वह पुराना हो जाता है और दूसरे आ जाते हैं.इससे तो बेहतर अभी गलेक्सी एस ही है !
सोच समझ कर लेना चाहिये, अपनी आवश्यकतानुसार..
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