अमेरिका में 45 से 55 वर्ष आयुवर्ग के 200 लोगों पर किए गए अध्ययन में यह बात सामने आई है कि इस वर्ग के व्यायाम करने वाले लोगों में घुटनों की चोट की संभावना सर्वाधिक होती है. दूसरे शब्दों में, इसे गठिया बीमारी से जोड़ कर देखा जाता है.
अध्ययन में यह भी पाया गया कि cartilage (उपास्थि) व ligaments में दौड़ने व कूदने जैसे व्यायामों से चोट की संभावना कहीं अधिक बढ़ जाती है जबकि, साइक्लिंग व तैराकी में यह संभावना कहीं कम होती है. इससे पुरुष व स्त्री समान रूप से प्रभावित होते हैं.
इस अवधारणा को भी ग़लत पाया गया है कि यदि जोड़ो में दर्द हो तो इस प्रकार के व्यायामों से आराम मिलता है जबकि सच्चाई यह है कि इस प्रकार के खेल चोट को और अधिक क्षति पहुँचाते हैं. भलाई इसमें है कि डॉक्टर की सलाह से उचित व्यायाम चुनें.
-काजल कुमार
अच्छा किया बता दिया.
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