Wednesday, June 19, 2013

एंड्रॉयड के पुराने वर्ज़न में हिंदी यूं पढ़ि‍ए/ लि‍खि‍ए


अभी भी बहुत से लोगों के पास, ऐसे मोबाइल और टैबलेट हैं जि‍नमें एंड्रॉयड का पुराना संस्‍करण फ़्रोयो (2.2 Froyo) है. अभी तक इन हैंडसेट में हिंदी नहीं लि‍खी जा सकती थी. लेकि‍न अब आप यह समस्‍या स्‍वयं हल कर सकते हैं. बस आपको अंग्रेज़ी दिखाने वाले कीबोर्ड से रोमन में लि‍खना होगा, ठीक वैसे ही जैसे हिंदी फ़ि‍ल्‍में के नाम हमें पोस्‍टरों पर अंग्रेज़ी में लि‍खे मि‍लते हैं.
यद्यपि‍ पहले, हिंदी पढ़ने के लि‍ए ‘ऑपेरा’ ब्राउज़र से काम चल जाता था लेकि‍न इसमें हिंदी, बि‍टमैप यानि‍ चि‍त्रों के रूप में प्रस्‍तुत होती थी जि‍सके कारण यह प्रक्रि‍या धीमी तो थी ही, इससे शब्‍द कॉपी भी नहीं कि‍ए जा सकते थे. बाद में, श्रीलंका की एक कंपनी ने ‘सैट’ (SETT) नामक ब्राउज़र नि‍काला पर यह धीमा और बहुत स्‍थान घेरने वाला सॉफ़्टवेयर रहा. 

अब ‘पीकॉक ब्राउज़र‘ (Peacock Browser) गूगल प्‍ले स्‍टोर पर उपलब्‍ध है, इसे डॉउनलोड कीजि‍ए. इस ब्राउज़र में आप हिंदी और अन्‍य भारतीय भाषाओं की बेवसाइट पढ़ सकते हैं. इसके अति‍रि‍क्‍त आपको हिंदी में लि‍खने के लि‍ए ‘गूगल हिंदी इनपुट’ (Google Hindi Input) कीबोर्ड भी डॉउनलोड करना होगा. 

क्‍योंकि‍ आपका हैंडसेट हिंदी समर्थि‍त नहीं है इसलि‍ए आपको अभी भी हिंदी शब्‍दों की जगह चौकोर डि‍ब्‍बि‍यां ही दि‍खाई देंगी जैसा कि‍ स्नैपशॉट में संख्‍या 1 व 3 पर दि‍खाया गया है. लेकि‍न अंग्रेज़ी के शब्‍द लि‍खते समय वे शब्‍द जहां एक ओर आपको अंग्रेज़ी (संख्‍या 2) में तो दि‍खेंगे ही, वहीं दूसरी ओर हिंदी (संख्‍या 4) में भी दि‍खाई देंगे. जि‍न्‍हें देखते हुए आप आराम से टाइप कर सकते हैं.
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3 comments:

  1. पता नहीं, ये सब सुधरते क्यों नहीं? हिन्दी को लंगड़ी वैशाखियों पर क्यों चला रहे हैं। क्यों नहीं पूर्ण समर्थन दे देते हैं, आई ओएस की तरह।

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  2. काजल भाई, मैं आपसे जानना चाहता हूँ की गूगल ऐडसेंस का प्रयोग आप कैसे कर रहे है....
    मैंने अपने ब्लॉग के लिए अप्लाई किया था लेकिन गूगल ने उसे नकार दिया और जवाब भेजा की आपका ब्लॉग हिन्दी में है इसलिए आप इसका लाभ उठा नहीं सकते है....
    लेकिन आज आपके ब्लॉग को देखा तो इस पर गूगल एडसेंस के भी विज्ञापन लगे हुए है....
    क्या अब गूगल एडसेंस हिन्दी ब्लॉग को स्पोर्ट करने लगा है....
    हमें भी कोई तरकीब बताये जिससे मैं भी अपने ब्लॉग पर गूगल एडसेंस प्रयोग कर सकू...
    आपके जवाब की प्रतीक्षा मे....
    आपको अग्रिम धन्यवाद....

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  3. प्रवीण पाण्डेय जी @ यह समस्‍या 2.2 फ़्रोयो तक थी, जिंजरब्रेड और इसके बाद से फ़र्मवेयर सपोर्ट करता है यह. और भारत में बि‍कने वाले सभी फ़ोन अब फ़र्मवेयर के साथ ही आ रहे हैं इसलि‍ए अब यह समस्‍या नहीं है. एंड्रॉयड मुफ़्त है और इसकी लगाम भी हमारे हाथ में. ये iOS की तरह न तो किसी बात के लि‍ए मना करता है न जेब काटता है :-)


    नवज्योत कुमार @ गूगल एडसेंस के विज्ञापनों से कोई आय नहीं होती, कि‍सी को कभी कोई रूपया-धेला मि‍ल-मि‍ला गया हो तो पता नहीं. बहरहाल मैं आज तक कि‍सी ऐसे हिंदी के ब्‍लॉगर से नहीं मि‍ला जि‍सने कहा हो कि गूगल एडसेंस के भी विज्ञापनों से उसकी बल्‍ले बल्‍ले हो गई हो :-) ये तो मैं यूं ही लगाए बैठा हूं, ताकि मेरे ब्‍लॉग पर आने वाले लोगों को ब्‍लॉग वि‍धवा सा न लगे. आप भी गूगल एडसेंस को सीरि‍यसली न लें.

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